मैया तुम पर्वत हम नीचे खड़े दर्शन को आये दोनों जने🌹मस्ती ही मस्ती छाई है कीर्तन में जरा देखो

 

 

मैया तुम पर्वत हम नीचे खड़े दर्शन को आये दोनों जने 

मैया हाथ में गंगाजल लिए खड़े , स्नान करायें दोनों जने 

मैया हाथ कटोरी लिए खड़े , हम तिलक लगायें दोनों जने 

मैया हाथ में चोला लिए खड़े , हम चुनरी ओढ़ायें दोनों जने 

मैया हाथ नारियल लिए खड़े , हम भेंट चढ़ायें दोनों जने 

मैया हलुआ पूड़ी लिए खड़े , हम भोग लगायें दोनों जने 




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