मैया तुम पर्वत हम नीचे खड़े दर्शन को आये दोनों जने
मैया हाथ में गंगाजल लिए खड़े , स्नान करायें दोनों जने
मैया हाथ कटोरी लिए खड़े , हम तिलक लगायें दोनों जने
मैया हाथ में चोला लिए खड़े , हम चुनरी ओढ़ायें दोनों जने
मैया हाथ नारियल लिए खड़े , हम भेंट चढ़ायें दोनों जने
मैया हलुआ पूड़ी लिए खड़े , हम भोग लगायें दोनों जने
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