जैसे श्री राम रखें वैसे ही रहो सजनी लीला उनकी देखो और चुप ही रहो सजनी
कुछ छिपा नहीं उनसे वो अन्तर्यामी हैं , जिस रंग में वो रखें वैसे ही रहो सजनी
विपदा की घड़ियों में प्रभु राह दिखाते हैं , गोविंद बन आयेंगे मीरा तो बनो सजनी
उसके सिवा दुनिया में तेरा कोई नहीं सानी , प्रभु साड़ी बन जायेंगे द्रोपदी तो बनो सजनी
तेरे मन के अंधेरों को प्रभु रोशन कर देंगे , प्रभु ज्योति जला देंगे दीपक तो बनो सजनी
इन दुर्गम राहों पर हम भटक रहे प्रभु जी , वो फूल बिछा देंगे तुम प्रेम से भर सजनी
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