न तो दुख है न कोई कमी है जब से मैया की रहमत हुई है घर में सुख है सुकून है खुशी है जब से मैया की रहमत हुई है
प्यार तेरा मां जब से मिला है हर अंधेरा कहीं खो गया है हर कदम पे नयी रोशनी है जब से मैया की रहमत हुई है
देर लगती नहीं तेरे दर पे काम बन जाते हैं पल भर में मौत से बच रही जिंदगी है जब से मैया की रहमत हुई है
नाम सुनके मग्न हो गई हूं हर घड़ी नाम जपने लगी हूं मां खुमारी मुझे चढ़ गई है जब से मैया की रहमत हुई है
अपने भक्तों पे कृपा मां करतीं खाली झोली भी उसकी मां भरतीं दर्शन देने को खुद आ गयीं हैं जब से मैया की रहमत हुई है
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