हमारो मन राधा ले गई रे राधा ले गई राधा ले गई राधा ले गई रे हमारो मन राधा ले गई रे
गहरी गहरी वन की छैयाँ वहीं पे चर रहीं मोरी गइयाँ
नैनं के वो तीर चलाई के घयाल कर गई रे आज मोहे राधा छल गई रे
मधुवन में मैं गइयां चराऊं मीठी मीठी बंशी बजाऊं बरसाने की चतुर गुजरिया मेरे दिल को ले गई रे हमारो मन राधा ले गई रे
मैं भोला वो चतुर गुजरियां ब्रिज में ले गई पकड़ उंगलिया बातों ही बातों में बंशी लेके खिसक गई रे हमारो मन राधा ले गई रे
मैया मैं बरसाने जाऊं वहां से अपनी बंशी ले आऊं बंशी के बिन गइयां मेरी यहां वहां भागें रे हमारो मन राधा ले गई रे
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