मुझे ले चल कान्हा मेले में मेरा मन नहीं लगता अकेले में🌹धमाकेदार कार्तिक मास भजन एकदम नया🌹

 

 

मुझे ले चल कान्हा मेले में मेरा मन नहीं लगता अकेले में मुझे ले चल कान्हा मेले में 

दूध भी मंगाऊंगी मैं दही भी जमाऊंगी , माखन खिलाऊं अकेले में मुझे ले चल कान्हा मेले में 

बृंदावन जाऊंगी मैं बांसुरी ले आऊंगी , बांसुरी सुनूंगी अकेले में मुझे ले चल कान्हा मेले में 

यमुना तट पे जाऊंगी मैं सखियों को बुलाऊंगी , रास रचाना अकेले में मुझे ले चल कान्हा मेले में 




Share:

No comments:

Post a Comment