सज गया दरबार प्यारा मां को मनाने के लिए नौ दिन मैया आ रहीं हैं दर्शन देने के लिए
कोई लाया रेशमी साड़ी कोई लहंगा है लिए हम तो लाये लाल चुनरी मां को ओढ़ाने के लिए
कोई लाया मांग सिन्दूर कोई डिबिया काजल की हम तो लाये लाल बिंदिया मां को लगाने के लिए
कोई लाया सोने का हरवा कोई झुमका कानों के हम तो लाये फूल माला मां को पहनाने के लिए
कोई लाया कंगना चूड़ी कोई पायल चांदी की हम तो लाये लाल महावर पैर सजाने के लिए
कोई लाया पान मिठाई कोई छप्पन भोग लिए हम तो लाये हलुआ पूड़ी मां को खिलाने के लिए
कोई जगराता कराये कोई चौकी करवाये हम तो भेंटें गा रहे हैं मा को रिझाने के लिए
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