आजा मात कालका रानी तेरी ज्योति जलाई रे
सुंदर सा तेरा भवन सजाया मात कालका रानी अखंड ज्योति तेरी जलाई मात वैष्णों रानी जय मां काली जय मां काली टेर लगाई रे आजा मात कालका रानी तेरी ज्योति जलाई रे
ध्वजा नारियल भेंट चढ़ाया मात कालका रानी सोलह श्रृंगार से तुम्हें सजाया मात वैष्णों रानी छोड़ भवन मां तू चली अइयो आस लगाई रे आजा मात कालका रानी तेरी ज्योति जलाई रे
अन्न धन के तेरे भरे भंडारे कोई खाली न जाये जो भी तेरी शरण में आये उनका मान बढ़ाये जब भी कोई विपत्ति पड़ी मां दौड़ी आई रे आजा मात कालका रानी तेरी ज्योति जलाई रे
एक बार आके दरश दिखा जा मात कालका रानी हम सब तेरी शरण में आये मात वैष्णों रानी तेरे भक्तों ने सच्चे मन से महिमा गाई रे आजा मात कालका रानी तेरी ज्योति जलाई रे
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