मेरी प्यारी प्यारी तुलसा बनेगी दुल्हनियां…सजके आयेगे दूल्हे राजा देखो देवता बजायेंगे बाजा…
सोलह सिंगार मेरी तुलसा करेंगी हल्दी चढ़ेगी और मांग भरेगी देखो होठों पे झूलेगी नथनियां देखो देवता बजायेंगे बाजा
देवियां भी आई और देवता भी आए साधु भी आए और सन्त भी आए और आई है संग में बरातिया देखो देवता बजायेंगे बाजा
गोरे-गोरे हाथों में मेहन्दी लगेगी चूड़ी खनकेगी ,वरमाला सजेगी प्रभु के गले में डालेंगी वरमाला देखो देवता बजायेंगे बाजा…
लाल-लाल चुनरी में तुलसा सजेगी आगे-आगे हरि पीछे तुलसा चलेगी देखो पैरो में बजेगी पायलियां देखो देवता बजायेंगे बाजा…
सज धज के मेरी तुलसा खड़ी है डोली मंगवा दो बड़ी शुभ घड़ी है देखो आंखों से बहेगी जलधारा देखो देवता बजायेंगे बाजा
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