गौरा झुलावें देखो पलना पलने में झूले गौरा ललना
काहे को पलना काहे की डोरी काहे के लागे यामे फुंदना पलने में झूले गौरा ललना
सोने का पलना पीतल की डोरी रेशम के लागे यामे फुंदना पलने में झूले गौरा ललना
सोने का सिर पे मुकुट सजा है हाथों में खनकाये कंगना पलने में झूले गौरा ललना
गौरा मां बार बार लेवें बलइयां प्राणों से प्यारो मेरो ललना पलने में झूले गौरा ललना
कैलाश पर्वत पे बाजे बधइया छाई है खुशी शिव अंगना पलने में झूले गौरा ललना
देवी देवता देखन को आये नजर उतारें गौरा सखियां पलनू में झूले गौरा ललना
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