मैं भी तेरे संग चलूंगी थाम ले मेरी बैंया जरा ठहर जा सांवरिया ठहर जा ठहर जा कन्हैया
अब उड़ा दो गुलाबी चुनरिया माथे बिंदिया लगादो सांवरिया अरे सखियों के संग रास रचाये बलदाऊ के भैया जरा ठहर जा कन्हैया ठहर जा ठहर जा कन्हैया
ऐसी पायल पहनादे मेरे पांवों में चौंक जायें सहेली सारे गांवों में अरे मैं अलबेली चाल चलूंगी देखे सारी दुनिया
जरा ठहर जा कन्हैया ठहर जा ठहर जा कन्हैया
अब हम बैठेंगे जमुना किनारे भेद खोलेंगे दिल के सारे
सब के दिल का भेद है जाने देखे कृष्ण कन्हैया
जरा ठहर जा कन्हैया ठहर जा ठहर जा कन्हैया
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