ओ हो मैया नगरकोट वाली खोल दे भवन के पट खोल दे
सब कोई लाया मां का चोला मैं तो लाई चुनरी ओ हो मैया ओढ़ के दिखा दे खोल दे भवन के पट खोल दे
सब कोई लाया टीका झुमका मैं तो लाई बिंदिया ओ हो मैया लगा के दिखा दे खोल दे भवन के पट खोल दे
सब कोई लाया हरवा कंगना मैं तो लाई मेहंदी मैया रचा के दिखा दे खोल दे भवन के पट खोल दे
सब कोई लाया तगड़ी पायल मैं तो महावर मैया लगा के दिखा दे खोल दे भवन के पट खोल दे
सब कोई लाया गरी छुआरे मैं तो लाई हलुआ मैया भोग लगा ले खोल दे भवन के पट खोल दे
No comments:
Post a Comment