भोले डोली लेके आये तेरे द्वार सबेरे लेके जायेंगे गौरा कर लो तुम सोलह श्रृंगार सबेरे लेके जायेंगे गौरा सखियों से मिलो एक बार सबेरे लेके जायेंगे
माथे की बिंदिया चम चम चमके झूमर करे झनकार सबेरे लेके जायेंगे
कानों के झुमका चम चम चमके हरवा पे आई बहार सबेरे लेके जायेंगे
हाथों के कंगना चूड़ी खन खन खनके मेहंदी रची है दोनों हाथ सबेरे लेके जायेंगे
पैरों की पायल छन छन छनके महावर लगी है पांव सबेरे लेके जायेंगे
अंगो की साड़ी गौरा चम चम चमके चुनरी में लगी है किनार सबेरे लेके जायेंगे
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