मेरे श्यामा तेरी नौकरी सबसे बढ़िया है सबसे खरी हो गई अब तो रहमत तेरी सबसे बढ़िया है सबसे खरी
जब से तेरी गुलाम हो गई तब से मेरा भी नाम हो गया वरना औकात क्या थी मेरी सबसे बढ़िया है सबसे खरी
तनख्वाह भी तो कुछ कम नही कुछ मिले न मिले गम नही ऐसी होगी कहां दूसरी सबसे बढ़िया है सबसे खरी खुशनसीबी का जब गुल खिला तब मुझे तेरा ये दर मिला बन गई अब तो बिगड़ी मेरी सबसे बढ़िया है सबसे खरी
मैं नहीं थी किसी काम की ले सहारा तेरे नाम का तेरी आई बृंदावन गली सबसे बढ़िया है सबसे खरी
एक वियोगी दीवानी हूं मैं तेरे चरणों को चाहती हूं मैं देर करना न अब तो हरी सबसे बढ़िया है सबसे खरी
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