मैया खोलो न किवांड़ लम्बे हाथ करके
मैं बाजार जाऊंगी वहां से टीका लाऊंगी दोनों हाथों से पहनाऊंगी नजर भर के
मैं बाजार जाऊंगी वहां से हरवा लाऊंगी दोनों हाथों से पहनाऊंगी नजर भर के
मैं बाजार जाऊंगी वहां से कंगना लाऊंगी दोनों हाथों से पहनाऊंगी नजर भर के
मैं बाजार जाऊंगी वहां से चुनरी लाऊंगी दोनों हाथों से ओढ़ाऊंगी नजर भर के
मैं बाजार जाऊंगी मेवा मिठाई लाऊंगी दोनों हाथों से खिलाऊंगी जी भर के
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