क्यों रूठ गये भोले हम तुमको मना लेंगे आहों में असर होगा घर बैठे बुला लेंगे
तुम कहते हो भोले कैलाश प्यारा है एक बार चले आओ कैलाश बसा देंगे
तुम कहते हो भोले हमे गंगा प्यारी है एक बार चले आओ गंगा भी बहा देंगे
तुम कहते हो भोले हमे डमरू प्यारा है एक बार चले आओ डमरू भी मंगा देंगे
तुम कहते हो भोले हमे भंगिया प्यारी है एक बार चले आओ भंगिया भी पिला देंगे
तुम कहते हो भोले गौरा गणपति प्यारे हैं एक बार चले आओ हम उनको बुला लेंगे
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