मोहन आओ तो सही गिरधर आओ तो सही
माधव के मन्दिर में मीरा इकली खड़ी
कहो तो सांवरे मैं मोर मुकुट बन जाऊं पहनन लागे सांवरा मैं मस्तक पे रम जाऊं मोहन आओ तो सही गिरधर आओ तो
सही माधव के मन्दिर में मीरा इकली खड़ी
कहो तो सांवरा मैं काजल बन जाऊं नैन लगाये सांवरा मैं नैनों में रम जाऊं
कहो तो सांवरा मैं यमुना बन जाऊं नहाने आये सांवरा मैं अंग में रम जाऊं
कहो तो सांवरा मैं फूल बन जाऊं गले में पहने सांवरा मैं माला में रम जाऊं
कहो तो सांवरा मैं पायल बन जाऊं नाचन लागे सांवरा मैं चरणों में रम जाऊं
No comments:
Post a Comment