बड़ा प्यारा यशोदा का लाल आज मेरे मन भा गया
सिर पे घूंघर वाले बाल आज मेरे मन भा गया
मोर मुकुट पीताम्बर सोहे गले वैजन्ती माल आज मेरे मन भा गया
यमुना किनारे श्याम गउवें चरावे ग्वाल बाल लेके साथ आज मेरे मन भा गया
बृंदावन में रास रचावे सखियां नचावें नंदलाल आज मेरे मन भा गया
गोकुल में घर घर माखन चुरावे मटकी फोड़े नंदलाल आज मेरे मन भा गया
सखियों के वो चीर चुराये बैठा कदंब की डाल आज मेरे मन भा गया
राधा के संग मधुवन जाये मुरली बजावे नंदलाल आज मेरे मन भा गया
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