सावित्री भजन🌹सत्यवान को जीवन दान दिया🌹वट सावित्री व्रत स्पेशल बहुत प्यारा भजन सुनें 💐

 

 

लकड़ी के कटइया सत्यवान जरा पेड़ के नीचे आ जाओ 

मैंने देश ढूढ़ा परदेश ढ़ूढ़ा पर वर न मिला मेरी जोड़ी का 

स्वामी आप मिले भगवान मिले मैं तुम संग गुजारा कर लूंगी 

मैं चन्दन वन में रहता हूं लकड़ी से गुजारा करता हूं मेरे मात पिता दोनों अंधे हैं मैं उनकी सेवा करता हूं 

मैं चन्दन वन में रह लूंगी लकड़ी से गुजारा कर लूंगी मेरे सास ससुर दोनों अंधे हैं मैं उनकी सेवा कर लूंगी 

पति धर्म निभाया सावित्री ने करी सेवा सास ससुर जी की यमराज भी उस पर खुश हो गये सत्यवान को जीवन दान दिया 




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