शिव भजन : खुल गया भोले जी का घूंघट रूप बनाया नारी का (यूट्यूब पर पहली बार आप भी सुनें)

 

 

बृंदावन में भोले नाचें रूप बनाया नारी का 

गौरा जैसी बिंदिया लगाई पहने मांगों में टीका , ठुमुक ठुमुक के चाल चलें वो रूप बनाया नारी का

 गौरा जैसी मेहंदी लगाई कानों में पहने झुमका , चूड़ी कंगना भर भर पहनें रूप बनाया नारी का 

गौरा जैसी साड़ी पहने सिर पे चुनरी गोटा लगा , लम्बा घूंघट मार चले वो रूप बनाया नारी का 

कान्हा ने जब मुरली बजाई भोले ने सुध बिसराया , खुल गया भोले जी का घूंघट रूप बनाया नारी का 




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