शिव भजन : विनती सुनो त्रिपुरारी आ जाओ लेके परिवार (भक्ति भाव से भरा हुआ शिवरात्रि स्पेशल)

 

 

भोले बसे कैलाश दर्शन कैसे करूं 

न कोई गाड़ी न एरोप्लेन , मोपे पैदल चलो न जाय दर्शन कैसे करूं मेरे भोले बसे कैलाश दर्शन कैसे करूं 

न कोई संगी न कोई साथी , इकली में जिया घबड़ाए दर्शन कैसे करूं मेरे बाब बसे कैलाश दर्शन कैसे करूं 

शाम सबेरे माला फेरूं , नाम जपूं दिन रात दर्शन कैसे करूं भोले बसे कैलाश दर्शन कैसे करूं 

गौरा गणपति रोज बुलावें , भोले बुलावें हर साल दर्शन कैसे करूं मेरे बाबा बसे कैलाश दर्शन कैसे करूं 

एक बिनती सुन लो त्रिपुरारी , आ जाओ लेके परिवार दर्शन जी भर के करूं 




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