हरी भजन : लागी लगन मत तोड़ना सब दर छोड़ तेरे दर पे आये बांह पकड़ मत छोड़ना (मनमोहक भजन)

 

लागी लगन मत तोड़ना हरी जी मेरी लागी लगन मत तोड़ना 

खेती बुआई मैंने तेरे नाम की मेरे भरोसे मत छोड़ना हरी जी मेरी लागी लगन मत तोड़ना 

गहरी नदिया नाव पुरानी बीच भंवर मत छोड़ना हरी जी मेरी लागी लगन मत तोड़ना 

तू ही मेरा सेठ है तू ही साहूकार है ब्याज पे ब्याज मत तोलना हरी जी मेरी लागी लगन मत तोड़ना 

सब दर छोड़ तेरे दर पे आये बांह पकड़ मत छोड़ना हरी जी मेरी लागी लगन मत तोड़ना 




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