बड़ी हो रही जय जयकार बालाजी तुम्हारे मंदिर में
बाबा दूर देश से आये हैं आतुर हो वचन सुनाये हैं मेरा करियो बेड़ा पार बालाजी तुम्हारे मंदिर में
हम दुखिया दुखी बिचारे हैं दुखियों ने बचन उचारे हैं बाबा कर दीजो उद्धार बालाजी तुम्हारे मंदिर में
भूतों को धूल चटाते हो भूतों को मार भगाते हो जहां प्रेत राज सरकार बालाजी तुम्हारे मंदिर में
जो महादूत हैं अन्यायी जो उनको सख्त सजा आई वो तो फिरते मारे मारे बालाजी तुम्हारे मंदिर में
तुम बालाजी बलकारी हो मेहंदीपुर मेला भारी हो खुले सबके लिए दरबार बालाजी तुम्हारे मंदिर में
बाबा की सेवा जो गावे वो सदा जगत में सुख पावे दुष्टों का करें संहार बालाजी तुम्हारे मंदिर में
No comments:
Post a Comment