महिमा है तेरी निराली जय हो हनुमान प्यारे , हनुमान प्यारे अंजनी मां के दुलारे महिमा है तेरी निराली जय हो हनुमान प्यारे
बचपन में सुंदर सी लीला रचाई , उड़ गए आकाश हवा से जल्दी भाई , सूरज को मुख में दबाये जय हो अंजनी के लाला
जब लक्ष्मण को शक्ति लगी थी , लेने गये हनुमान संजीवनी बूटी , पूरा पर्वत उठाके लाये जय हो हनुमान प्यारे
सागर कै लांघा लंका में पहुंचे , राम की निशानी सीता को सौंपे , लंका जला के आये जय हो हनुमान प्यारे
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