माता भजन : मेरी बिगड़ी बना दो जगदम्बे मैं अर्जी (मन को छूने वाला मनभावन भजन नवरात्रि स्पेशल)

 

मेरी बिगड़ी बना दो जगदम्बे मैं अर्जी लेकर आई हूं 

तेरा बीच गुफा में डेरा हैं वहां रहता सिंह का पहरा है , मां चढके कठिन चढ़ाई मैं तेरे दर्शन करने आई हूं 

ममता मयी रूप तुम्हारा है तेरे पग में गंगा धारा है , गंगा की धार नहाने को मैं शरण तुम्हारे आई हूं 

तेरे भवन में मेले लगते हैं वहां ध्वजा नारियल चढ़ते हैं , तुम्हें भेंट चढ़ाने के खातिर मैं लाल चुनरिया लाई हूं 

तू बिगड़ी बनाने वाली है तू संकट हरने वाली है , मैया दुखड़े अपने सुनाने को मैं तेरी नगरिया आई हूं 




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