हम अपना तुमको बना बैठे अब मान भी जाओ सुंदर रसिया हम तुमसे दिल ये लगा बैठे अब मान भी जाओ सुंदर रसिया
दुनिया जाने क्या क्या कहती है कानों में पीर सी होती है
कानों से फूल बना बैठे अब मान भी जाओ सुंदर रसिया
तेरे चरणों में सागर बहता है मुझे भव से पार उतरना है
तेरे नाम की नाव बना बैठे अब मान भी जाओ सुंदर रसिया
जब याद तुम्हारी आती है नैनों से नीर बरसता है तेरी सूरत दिल में लगा बैठे अब मान भी जाओ सुंदर रसिया
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