हनुमान भजन : दुष्ट थर्राते हैं कांपते हैं ऐसा गोटा घुमाये हुये (मंगलवार को सुपरहिट भजन सुने)

 

 

मेरे बजरंगबली देखो देखो तीनों लोकों में छाये हुये हैं 

मन की आंखें जरा खोल देखो वो यहां पर भी आये हुए हैं 

जिससे सारे जगत में उजाला , जिससे लाखों धधकती हैं ज्वाला , नाम सूरज है सब जानते हैं उसको खुद में रमाये हुये हैं 

लांघना पल में सारा समुन्द्र , घुसकर लंका में उसको जलाना , दुष्ट थर्राते हैं कांपते हैं ऐसा गोटा घुमाये हुये हैं 

त्रेता द्वापर में क्या क्या न देखा , आज कलियुग में है इनका डंका , भक्तों एक छोटी सी बात पर ये फाड़ सीना दिखाये हुये हैं 




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