मैया जी ले लो कलम दवात लेख मेरे कर्मो का लिख दो
पहला लेख मेरे माथे का लिख दो , मैं तो शीष झुकाऊं दिन रात लेखा मेरे कर्मो का लिख दो
दूजा लेख मेरे कानों का लिख दो , मैं तो भजन सुनूं दिन रात लेख मेरे कर्मो का लिख दो
तीजा लेख मेरे आंखों का लिख दो , मैं तो दर्शन करूं दिन रात लेख मेरे कर्मो का लिख दो
चौथा लेख मेरे हाथों का लिख दो , मैं तो दान करूं दिन रात लेख मेरे कर्मो का लिख दो
पांचवां लेख मेरे पैरों का लिख दो , मैं तो मन्दिर आऊं दिन रात लेख मेरे कर्मो का लिख दो
छठवां लेख मेरे सैंया जी का लिख दो , मैं तो सेवा करूं दिन रात लेख मेरे कर्मो का लिख दो
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