शिव भजन : बृज गलियों में भोले धीरे (शिवरात्रि स्पेशल भजन जिसे सुनते ही आप झूमने लगेंगे)

 

 

बृज गलियों में भोले धीरे धीरे आना अभी अभी सोया मेरा लाल न जगाना जोगी वाला भेष दिखा लाल न डराना अभी अभी सोया मेरा लाल न जगाना 

जटा में तुम्हारे गंगा विराजे , गंगा न बहाना भोले गंगा न बहाना अभी अभी सोया मेरा लाल न जगाना 

माथे पे तुम्हारे चंदा विराजे , चंदा न चमकाना भोले चंदा न चमकाना अभी अभी सोया मेरा लाल न जगाना 

गले में तुम्हारे नागों की माला , नाग न लड़ाना भोले नाग न लड़ाना अभी अभी सोया मेरा लाल न जगाना 

हाथों में तुम्हारे डमरू विराजे , डमरू न बजाना भोले डमरू न बजाना अभी अभी सोया मेरा लाल न जगाना 




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