मैं तो होली खेलन जाऊंगी न माने मेरा मनुवा
सात रंग की भरी पिचकारी उसमें मैंने केसर डाली मैं तो रंग गुलाल उड़ाऊंगी न माने मेरा मनुवा
कान्हा ने मुझे ऐसे भिंगोई सुध बुध मेरी सारी खोई मैं तो कान्हा के संग नाचूंगी न माने मेरा मनुवा
कान्हा ने जब बंशी बजाई सारी सखियां दौड़ी आईं मैं तो कान्हा के संग जाऊंगी न माने मेरा मनुवा
घर के सामने श्याम का मंदिर खिड़की खोलूं हो जायें दर्शन मैं तो रोज ही दर्शन पाऊंगी न माने मेरा मनुवा
श्याम सुन्दर ने रास रचाई कान्हा की छवि मन में बसाई मैं तो बृंदावन बस जाऊंगी न माने मेरा मनुवा
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