मेरे घर आजा गिरधारी ओ हो बनवारी कि मोको कुछ न चाहिए
एक कटोरा दूध का चाहिए नोटों से भर जाये अलमारी ओ हो बनवारी कि मोको कुछ न चाहिए
ऊंची सी एक मेरी कोठी बनवाय देव द्वारे पे होवे एक गाड़ी ओ हो बनवारी कि मोको कुछ न चाहिए
सास ससुर की जोड़ी चाहिए कोठी की होय रखवाली ओ हो बनवारी कि मोको कुछ न चाहिए
तेरे जैसा मोहे वेटा चाहिए बहुअर मिले राधा प्यारी ओ हो बनवारी कि मोको कुछ न चाहिए
पोता और पोती की जोड़ी चाहिए अंगना में खिले फुलवारी ओ हो बनवारी कि मोको कुछ न चाहिए
तेरे चरण का ध्यान मोहे चाहिए माया का छूटे फंदा ये जीवन का धंधा कि मोको कुछ न चाहिए
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