तुलसी की पात (पत्ती) कहां पाऊं रे श्याम तुलसी पे रीझे श्याम तुलसी पे मचले
तुलसी का विरवा ब्रह्म जी के अंगना , ब्रह्म जी के अंगना वेदधारी के अंगना ब्रम्हाणी तोड़न न दें रे श्याम तुलसी पे रीझे श्याम तुलसी पे मचले
तुलसी का विरवा विष्णु जी के अंगना , विष्णु जी के अंगना चक्रधारी के अंगना लक्ष्मी मैया तोड़न न दें रे श्याम तुलसी पे रीझे श्याम तुलसी पे मचले
तुलसी का विरवा भोले जी के अंगना , भोले जी के अंगना डमरू वाले के अंगना गौरा मैया तोड़न न दें रे श्याम तुलसी पे रीझे श्याम तुलसी पे मचले
तुलसी का विरवा भक्तों के अंगना भोग लगे भगवान को श्याम तुलसी पे रीझे श्याम तुलसी पे मचले
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