अरे मन चल बृंदावन धाम रटेंगे राधे राधे
तू विषयों में क्यों डोले तू पाप पुण्य क्यों तौले सबसे पावन राधा नाम रटेंगे राधे राधे
तू डगर नगर क्यों भटके क्यों लोभ मोह में अटके करले राधा चरण विश्राम रटेंगे राधे राधे
आशा के फूल खिलेंगे श्यामा और श्याम मिलेंगे जिन्हें देखें सुबह और शाम रटेंगे राधे राधे
जहां बैठी भानु दुलारी संग में हैं रसिक बिहारी ज़हां चरण पड़ें गोपाल रटेंगे राधे राधे
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