आ जाना आ जाना ओ मैया घर में हमारे भी
पहला दरश शैलपुत्री रूप में रख जाना रख जाना ओ मैया सिर पे हाथ हमारे भी
दूजा दरश ब्रम्हचारिणी रूप में भर देना भर देना ओ मैया झोली हमारी भी
तीजा दरश चन्द्रघंटा रूप में हर लेना हर लेना ओ मैया संकट हमारे भी
चौथा दरश कुष्मांडा रूप में दे जाना दे जाना ओ मैया प्यारा सा दर्शन भी
पांचवां दरश स्कंदमाता रूप में भर जाना भर जाना ओ मैया ममता से आंचल भी
छठवां दरश कात्यायनी रूप में कर देना कर देना ओ मैया दुख दूर हमारे भी
सातवां दरश कालरात्रि रूप में दे जाना दे जाना ओ मैया घर में सुख शांति भी
आठवां दरश महागौरी रूप में दिखलाना दिखलाना ओ मैया शिव संग दर्शन भी
नवां दरश सिद्धिदात्री रूप में नही जाना नही जाना ओ मैया कभी घर से हमारे भी
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