जय जय जगदम्बे मैया सुन लो पुकार आई हूं शरण में खड़ी हूं तेरे द्वार
उमा रमा लक्ष्मी ब्रम्हाणी दुर्गा रूप जगत कल्याणी जला दो मैया ज्योति दिखा दो चमत्कार आई हूं शरण में खड़ी हूं तेरे द्वार
गणपति हैं मैया पुत्र तुम्हारे प्रथम पूज्य हैं देव हमारे शिव भोले बाबा तुम्हारे भरतार आई हूं शरण में खड़ी हूं तेरे द्वार
मैं मूरख निर्धन अज्ञानी तुम हो मैया अंतर्यामी बना दो मैया बिगड़ी हो जाये बेड़ा पार आई हूं शरण में खड़ी हूं तेरे द्वार
सुमिर सुमिर मैया तेरो जस गायें चरणों में बलिहारी जायें अपना बना लो मैया कर दो भव से पार आई हूं शरण में खड़ी हूं तेरे द्वार
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