मां अम्बे जी का कीर्तन हम रोज गायेंगे आवाज देकर इस दुनिया को छोड़ जायेंगे
हाथों में ले लो लोटा लोटे में ले लो जल को हम चरण धुलायेंगे आवाज देकर इस दुनिया को छोड़ जायेंगे
हाथों में ले लो कटोरी कटोरी में ले लो रोली हम तिलक लगायेंगे आवाज देकर इस दुनिया को छोड़ जायेंगे
हाथों में ले लो साड़ी हाथों में ले लो चोला हम चुनरी ओढायेंगे आवाज देकर इस दुनिया को छोड़ जायेंगे
हाथों में ले लो थाली थाली में ले लो भोजन हम भोग लगायेंगे आवाज देकर इस दुनिया को छोड़ जायेंगे
हाथों में ले लो ढोलक हाथों में ले लो मजीरा हम भजन सुनायेंगे आवाज देकर इस दुनिया को छोड़ जायेंगे
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