जागो मेरी दुर्गे मैया तुमको जगाने आई जागो मेरी अम्बे मैया तुमको मनाने आई
सोने का गढ़ुआ लाई गंगा का नीर लाई नहाओ मेरी अम्बे मैया तुमको नहलाने आई
चूड़ी और बिंदिया लाई सोलह श्रृंगार लाई सजो मेरी अम्बे मैया तुमको सजाने आई
चोला और चुनरी लाई फूलों का हार लाई पहनो मेरी अम्बे मैया तुमको पहनाने आई
हलुआ और पूड़ी लाई छोले और खीर लाई खाओ मेरी अम्बे मैया तुमको खिलाने आई
ढोलक और चिमटा लाई संग में सहेली लाई भेंटे सुनो अम्बे मैया तुमको सुनाने आई
खाली मैं झोली लाई दर पे मैं तेरे आई खुशियां भर दो झोली में मैया झोली भराने आई
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