धर के भेष मैया आईं फूल बेचने
गलियों गलियों में टेर लगाई आओ ले लो फुलवा हमार मैया आईं फूल बेचने
घर घर से सब निकले हैं बाहर करने लगे फुलवा का मोल मैया आईं फूल बेचने
कितने दाम में दोगी मालिन हम हैं बहुत गरीब मैया आईं फूल बेचने
जब मैया ने उसको देखा दे दिये सस्ते में फूल मैया आईं फूल बेचने
लेके फूल जब घर में आई मैया हो गईं अन्तर्ध्यान मैया आईं फूल बेचने
भर दिये मैया ने सारे भंडारे देख के सब हैरान मैया आईं फूल बेचने
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