खिल गया खिल गया मेरे दिल का चमन आज मेरे नही हैं जमीं पे कदम
मैंने बिनती करी मेरी मां ने सुनी मेरी खुशियों से आज देखो झोली भरी कर दिया कर दिया मुझपे रहमो-करम आज मेरे नही हैं जमीं पे कदम
एक ऐसा था दिन मुझको लग गई लगन मैंने गाये भजन और हुई मैं मगन रंग गया रंग गया मां के रंग मेरा मन आज मेरे नही हैं जमीं पे कदम
मेरी अम्बे सदा साथ रहना मेरे तू है दाती तो हम हैं भिखारी तेरे मैं रहूं मैं रहूं चरणों में रात दिन आज मेरे नही हैं जमीं पे कदम
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