सुंदर नर तन पाये हो करो राम भजन रे
बालापन हंस खेल गंवाये आई जवानी तो मस्ती छाये माये में सब कुछ भुलाये हो करो राम भजन रे
आया बुढ़ापा तो कांपे बदन रे प्रभू से मिलने को कर लो जतन रे होवे न कोई सहाई रे करो राम भजन रे
धन दौलत तेरे काम न आवे मौत आयेगी तो पड़ा रह जावे धर्म कर्म संग जाये रे करो राम भजन रे
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