शिवनंदन दीन दयाल हो तुम गणराज तुम्हारी जय होवे गौरी नंदन दीन दयाल हो तुम गणराज तुम्हारी जय होवे
एक मुकुट तुम्हारे सिर सोहे एक दन्त तुम्हारा मन मोहे शुभ लाभ सभी के दाता हो गणराज तुम्हारी जय होवे ब्
रम्हा बन कर्ता तुम ही हो विष्णु बन भर्ता तुम ही हो शिव बनकर के संहार हो तुम गणराज तुम्हारी जय होवे
हर डाल में तुम हर पात में तुम हर फूल में तुम हर मूल में तुम संसार में बस एक सार हो तुम गणराज तुम्हारी जय होवे
शिवनंदन दीन दयाल हो तुम गणराज तुम्हारी जय होवे
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