मिलो न मोहन हम घबड़ायें मिलो तो आंख चुरायें हमें क्या हो गया है हमें क्या हो गया है तुम्हीं को दिल का राज बतायें तुम्हीं से राज छिपायें हमें क्या हो गया है हमें क्या हो गया है
ओ मेरे सांवरे रंग ले हमें भी अपने रंग में ओहो फिर से सुना दे बंशी कलियां खिला दे गोरे अंग में ओहो वही जो ताने आग लगायें उन्हीं से आग बुझायें हमें क्या हो गया है हमें क्या हो गया है
ओ मेरे सांवरे देखी जो सोखी तेरे प्यार की ओहो आंचल में भर ली हमने सारी बहारें संसार की ओहो नयी अदा से हम इठलायें पायें खुशी लुटायें हमें क्या हो गया है हमें क्या हो गया है
No comments:
Post a Comment