बधइया बाजे नंद द्वारे
कौन लुटावे अन्न धन सुनवा कौन लुटावे रूपइया
बधइया बाजे नंद द्वारे
बाबा लुटावें अन्न धन सुनवा मैया लुटावें रूपइया
बधइया बाजे नंद द्वारे
आंगन म्रदंग बाजे बाजें द्वारे बजे शहनइया
बधइया बाजे नंद द्वारे
चलो सखी हिल मिल मंगल गावें जन्मे हैं कृष्ण कन्हैया
बधइया बाजे नंद द्वारे
नंद को लाल सखा गवालन को वलदाऊ जी को भैया
बधइया बाजे नंद द्वारे
दूध दही की धूम मची है माखन को आयो खबइया
बधइया बाजे नंद द्वारे
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