गणेश भजन : पान सुपाड़ी पूजा है और लडुअन भोग लगाये (गणेश चतुर्थी स्पेशल सुंदर भजन)

 

 

देवताओं ने फूल बरसाए गणराज गजानन आये 

प्रभू कौन तुम्हारी नगरी है तुम किस वाहन से आये गणराज गजानन आये 

बैकुंठ हमारी नगरी है हम मूसक वाहन आये गणराज गजानन आये 

तुमने कौन मास में जन्म लिया और क्या तुम नाम धराये गणराज गजानन आये 

मैंने भादों मास में जन्म लिया और गणपति नाम धराये गणराज गजानन आये 

प्रभू कौन तुम्हारी माता हैं और कौन पिता कहलाये गणराज गजानन आये 

गौरा जी हमारी माता हैं और भोले पिता कहलाये गणराज गजानन आये 

प्रभू क्या क्या तुम्हारी पूजा है और क्या तुम भोग लगाए गणराज गजानन आये 

मेरी पान सुपाड़ी पूजा है और लडडुन भोग लगाए गणराज गजानन आये 



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