झूम रहा सारा बृजधाम कान्हा जी की भक्ति में
प्यारी प्यारी मुरलिया बाजे मस्त मगन श्याम सुन्दर नाचें
पायल की होय झनकार कान्हा जी की भक्ति में
ग्वाले नाचें गोपी नाचें बंशी की धुन पे गइयां नाचें
नाचे है सारा संसार कान्हा जी की भक्ति में
गगन से देव फूल बरसावें यमुना की धारा लहर लहरावे
चारो तरफ है जय जयकार कान्हा जी की भक्ति में
केशव माधव या मधुसूदन चाहें कहो राधा के मोहन चाहें कहो मीरा के मोहन सबके हैं प्राण आधार कान्हा जी की भक्ति
में झूम रहा सारा बृजधाम कान्हा जी की भक्ति में
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