मेला लगो है काशी में भंगिया घोटें भोलेनाथ
पहली बार जब भंगिया घोंटी आ गये गणपति गौरा पी गये पी गये दोनों साथ रह गए मेरे भोलेनाथ
दूजी बार जब भंगिया घोंटी आ गये ब्रम्हा ब्रम्हाणी पी गये पी गये दोनों साथ रह गए मेरे भोलेनाथ
तीजी बार जब भंगिया घोंटी आ गये विष्णु लक्ष्मी पी गये पी गये दोनों साथ रह गए मेरे भोलेनाथ
चौथी बार जब भंगिया घोंटी आ गये राम और सीता पी गये पी गये दोनों साथ रह गए मेरे भोलेनाथ
पांचवीं बार जब भंगिया घोंटी आ गये कृष्णा राधा पी गये पी गये दोनों साथ रह गए मेरे भोलेनाथ
छोड़ दे अब तुम भोले बाबा मैं घोंटू तेरी भंगिया पी गये पी गये भोलेनाथ बोलो जय जय विश्वनाथ 🙏
No comments:
Post a Comment