मेरे भोले भंडारी सुनो बिनती हमारी गौरा संग दर्शन दे दो गौरा संग दर्शन दे
दो
मन्दिर आती हूं मैं जल चढाती हूं मैं रोज माथे पे तिलक लगाती हूं मैं तेरे
बिन जाऊं कहां और सुख पाऊं कहां गौरा संग दर्शन दे दो गौरा संग दर्शन दे दो
मंदिर आती हूं मैं भोग लगाती हूं मैं रोज आरती की थाली सजाती हूं मैं तेरे
बिन जाऊं कहां और सुख पाऊं कहां गौरा संग दर्शन दे दो गौरा संग दर्शन दे दो
मंदिर आती हूं मैं पूजा करती हूं मैं संग सखियों के भजन सुनाती हूं मैं
तेरे बिन जाऊं कहां और सुख पाऊं कहां गौरा संग दर्शन दे दो गौरा संग दर्शन
दे दो
हम हैं बालक तेरे तुम हो दाता मेरे कोई दूजा ठिकाना नहीं बिन तेरे , तेरे
बिन जाऊं कहां और सुख पाऊं कहां गौरा संग दर्शन दे दो गौरा संग दर्शन दे दो
No comments:
Post a Comment