बड़ी मुश्किल से नर तन मिला है ये गंवाने के काबिल नही है नाम हरि का न लेना तुम भूलो ये भुलाने के काबिल नही है
तेरा चोला न चोला सिला है जिसमें जीवन का फूल खिला है शवांस गिन गिन के तुझको मिला है ये लुटाने के काबिल नही है
ऐसे अनमोल जीवन को पाकर भक्ति प्रभु की न मन लगाकर वो तो भगवान के पास जाकर मुंह दिखाने के काबिल नही है
तुम हरि के हो हरि हैं तुम्हारे तेरी नैया उसी के सहारे माला जप लो हरि नाम वाली वो भुलाने के काबिल नही है
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