कालका मां भजन : कालका भवानी मेरे अंगना में आईं रे अटल सुहाग गोदी लाल देने आईं




कालका भवानी मेरे अंगना में आईं रे
हाथ खड़ग त्रिशूल बिराजे शेर पे सवार होके अंगना में आईं रे कालका भवानी मेरे अंगना में आईं रे
सिर पे मुकुट है कानों में कुण्डल गले मुंड माला पहन के आईं रे कालका भवानी मेरे अंगना में आईं रे
लाल लाल जीभ मां की बड़ी बड़ी अंखियां काला काला चोला पहन के आईं रे कालका भवानी मेरे अंगना में आईं रे आसन पे बिठाया मां के चरण धुलाये रुचि रुचि भोग लगाने मैया आईं रे कालका भवानी मेरे अंगना में आईं रे
खुश होके मां ने भरे भंडारे अटल सुहाग गोदी लाल देने आईं रे कालका भवानी मेरे अंगना में आईं रे


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