भोले बाबा मुझे दो सहारा अब कोई सहारा नही है नाव मझधार में आ फंसी है अब कोई किनारा नही है
मोह माया में उड़ती तरंगें गम की दरिया में डूब रही है भोले बाबा तुम्हीं हो खिवैया बिन कृपा अब गुजारा नही है
पानी बिन मर रहा है प्यासा फिर बेकार अमृत बरसाना मेरे सीने में दिल है धड़कता बिन कृपा अब गुजारा नही है
भाई बहन कुटुंब और नाती ये तो सब हैं मतलब के साथी
अपना कह कर जिसे मैं बुलाऊं ऐसा कोई हमारा नही है
देर अब न करो आ भी जाओ भोले संकट से हमको बचाओ नाव अटकी भंवर में हमारी तेरे बिन अब सहारा नही है
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