गंगा मैया भजन : गंगा नहाने को जी चाहता है (गंगा दशहरा स्पेशल मधुर भजन)




गंगा नहाने को जी चाहता है हरिद्वार जाने को जी चाहता है गंगा नहाने को जी चाहता है
ब्रम्हलोक से ब्रम्हा जी आये वेद शास्त्र सुनने को जी चाहता है गंगा नहाने को जी चाहता है
वैकुंठ से विष्णु जी आये हरि रूप दर्शन को जी चाहता है गंगा नहाने को जी चाहता है
अवधपुरी से राम जी आये राम चरण छूने को जी चाहता है गंगा नहाने को जी चाहता है
गोकुल से कृष्णा जी आये गीता सुनने को जी चाहता है गंगा नहाने को जी चाहता है
कैलाश से वहां भोले जी आये अदभुत छवि देखने को जी चाहता है गंगा नहाने को जी चाहता है


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